Thyroid ग्रंथी में T3 और T4 यह दो Thyroid हॉर्मोन निर्माण होते है जो की हमारे शरीर के चयापचय प्रणाली और अन्य हॉर्मोन के कार्य को नियंत्रित करते हैं। किसी कारण वश Thyroid ग्रंथी में इन हॉर्मोन के सामान्य से अधिक निर्मिती होने की अवस्था को Hyperthyroidism कहा जाता हैं। Hyperthyroidism के कारण शरीर पर कई प्रतिकूल परिणाम हो सकते हैं।
Hyperthyroidism को नियंत्रण में रखने के लिए और इसकी जल्द पहचान करने के लिए जरुरी है की आपको इस रोग से जुडी आवश्यक जानकारी का ज्ञान हो। आज ऐसे कई रोगी है जो Hyperthyroidism से पीड़ित है पर जानकारी न होने के कारण उपचार से वंचित हैं।
हाइपरथायरॉइडिज्म का क्या कारण हैं ? (Hyperthyroidism cause in Hindi)
Hyperthyroidism कई कारणों से हो सकता हैं। इन कारणों की अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं :
1. Grave’s disease यह एक auto immune रोग हैं। यह महिलाओ में अधिक पाया जाता हैं और परिवार में कई लोगो को हो सकता हैं। इस रोग में शरीर के antibodies के कारण thyroid ग्रंथी से हॉर्मोन के स्त्राव अधिक होता हैं।
2. अधिक मात्रा में आयोडीन शरीर में जाने से thyroid ग्रंथी में हॉर्मोन की निर्मिती अधिक होती हैं।
3. Thyroid ग्रंथी में Viral या bacterial संक्रमण कारण वश सुजन आने से अधिक मात्रा में हॉर्मोन का स्त्रवन होता हैं।
4. अंडाशय में गाँठ
5. वृषण (Testis) में गाँठ
6. Lithium Carbonate जैसी दवा
7. Pituitary या Hypothalamus ग्रंथी में गड़बड़ी
8. Thyroid ग्रंथी में गाँठ
9. गण्डमाला (Goiter)
हाइपरथायरॉइडिज्म के क्या लक्षण होते हैं ? (Hyperthyroidism symptoms in Hindi)
Hyperthyroidism में कई सारे लक्षण पाये जाते हैं। जरुरी नहीं हैं की किसी Hyperthyroidism के रोगी में यह सारे लक्षण पाये जाए। Hyperthyroidism के लक्षण निचे दिए गए हैं :
1. गर्मी सहन न होना
2. ज्यादा पसीना आना
3. बालों का झड़ना
4. कमजोरी
5. ह्रदय गती तेज होना
6. निद्रानाश
7. अकारण वजन कम होना
8. पुरुषो में स्तन वृद्धि
9. हात कांपना
10. कम मासिक आना
11. खुजली आना
12. नरम नाख़ून
13. Hyperthyroidism के कुछ रोगियों में Cardiac failure होने के कारण सांस लेने में तकलीफ, घबराहट, सिने में दर्द और चक्कर आना ऐसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ऐसे लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
हाइपरथायरॉइडिज्म का निदान कैसा किया जाता हैं ? (Diagnosis of Hyperthyroidism in Hindi)
Hyperthyroidism का निदान करने के लिए डॉक्टर आपकी शारीरक जांच करने के उपरांत Hyperthyroidism के लक्षण नजर आने पर निदान करने के लिए Thyroid Profile जांच करा सकते हैं । यह जांच कराने के लिए सुबह खाली पेट आपके खून का sample लिया जाता हैं।
1. आपके Thyroid Profile जांच report में T3 और T4 level सामान्य से ज्यादा आने पर और TSH level सामान्य से कम आने पर Hyperthyroidism का निदान किया जाता हैं।
2. अगर T3 और T4 level सामान्य हैं और TSH level सामान्य से कम आता हैं तब भी Hyperthyroidism निदान किया जाता हैं।
3. Hyperthyroidism का निदान होने पर इसका कारण जानने के लिए गले का Ultra sound scan, CT Scan या MRI जाच की जाती हैं।
4. Grave’s disease का पता लगाने के लिए Anti-thyroid antibody test भी किया जाता हैं।
पूरी जानकारी यहाँ पढे: थाइरॉइड जांच क्या हैं | Thyroid Profile Test in Hindi
हाइपरथायरॉइडिज्म का उपचार कैसे किया जाता हैं ? (Treatment of Hyperthyroidism in Hindi)
Hyperthyroidism किस कारण हुआ हैं उस पर इसका उपचार निर्भर करता हैं। Hyperthyroidism के उपचार में मुख्य 3 चीजे आती हैं।
1. Thyroid विरोधी दवा (Anti-Thyroid medicine) : Hyperthyroidism के उपचार में शुरूआती तौर Thyroid विरोधी दवा जैसे की Carbimazole, Neomercazole, Methimazole इत्यादि दी जाती हैं। अगर आपको Hyperthyroidism का असर कम हैं, आपको Grave’s disease है और आपकी आयु 50 वर्ष से कम हैं या Thyroid ग्रंथी पर हलकी सुजन हैं तो डॉक्टर आपको Thyroid विरोधी दवा देते हैं।
2. Radioactive Iodine : अगर आपको Grave’s disease हैं और आपकी आयु 50 वर्ष से अधिक हैं या आपके Thyroid ग्रंथी पर अनेक गाँठ है तब उपचार करने के लिए Radioactive Iodine का इस्तेमाल किया जाता हैं। अगर आप गर्भवती हैं या अगले 6 महीने में हो सकते हैं या आप बच्चे को दुग्धपान करा रहे है तो Radioactive Iodine नहीं ले सकते हैं।
3. शल्य चिकित्सा (Surgery) : आमतौर पर Hyperthyroidism के उपचार में operation की जरुरत नहीं पड़ती हैं। अगर आपकी Thyroid ग्रंथी इतनी बड़ी हो जाती हैं की आपको गले से निगलने में काफी मुश्किल हो रही है तब शल्य चिकित्सा की जाती हैं।
इनके साथ अन्य लक्षण जैसे हात कांपना, धड़कन तेज होना या ज्यादा पसीना आना जैसे लक्षणों के लिए अन्य दवा का उपयोग किया जा सकता हैं।
हाइपरथायरॉइडिज्म के रोगी ने कौन से योग करने चाहिए ? (Yoga for Hyperthyroidism in Hindi)
Hyperthyroidism में योग करने से लाभ मिलता हैं। Hyperthyroidism से पीड़ित व्यक्तिओ को सर्वांगासन, मत्स्यासन, विपरितकरनी, हलासन, सेतुबंधासन जैसे योग आसन और कपालभाती, नाड़ीशोधन जैसे प्राणायाम करना चाहिए।
Hyperthyroidism में कौन से योग करने चाहिए इसकी संपूर्ण जानकारी पढ़ने के लिए यहाँ click करे – Hyperthyroidism और योग द्वारा उपचार !